उत्तराखंड

चीन सीमा से उत्तराखंड के दो जवान 14 दिनों से लापता, खोजबीन में जुटी सेना

एक के बाद एक उत्तराखंड के दो जवानों के भारतीय बॉर्डर से लापता हो जाने की खबर सामने आ रही है दोनों जवान 28 मई को लापत हुए थे लेकिन अब तक उनका पता नहीं लग पाया है.

एक के बाद एक उत्तराखंड के दो जवानों के भारतीय बॉर्डर से लापता हो जाने की खबर सामने आ रही है दोनों जवान 28 मई को लापत हुए थे लेकिन अब तक उनका पता नहीं लग पाया है. पिछले 14 दिनों से उनके बारे में कुछ जानकारी न मिलने से जवानों के परिजनों का बुरा हाल है. हालांकि, जवानों के लिए सेना का सघन तलाशी अभियान जारी है.लापता हुए दोनों ही जवान अरुणाचल प्रदेश में 7 गढ़वाल राइफल्स में तैनात थे. दोनों ही जवानों का 28 मई से कुछ पता नहीं है. दोनों ही जवान उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं, वहीं, चीन सीमा से लापता होने के करीब दो हफ्ते बाद भी इन दोनों की खबर न मिलने की बात केंद्रीय रक्षा मंत्रालय तक पहुंच चुकी है. भारत- चीन सीमा से लापता हुए एक जवान का नाम नायक प्रकाश राणा है, वह मूल रूप से उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ के चिलौना गांव का निवासी है. 

34 साल के जवान प्रकाश राणा की आखिरी बार 28 मई को अपनी पत्नी से वीडियो कॉल के ज़रिये बात हुई थी, लेकिन 29 तारीख को उनकी पत्नी को 7 गढ़वाल राइफल यूनिट से राणा के लापता होने की जानकारी मिली. राणा के साथ ही रुद्रप्रयाग के हरेन्द्र नेगी भी पोस्टेड थे. वह भी उसी दिन से ड्यूटी के समय से लापता हैं. राणा की खबर न मिलने से उनकी पत्नी और 2 बच्चों की परेशानी हर पल बढ़ती जा रही है. वहीं, सेना की तरफ से दोनों ही जवानों की खोजबीन की बात कही जा रही है. इस बारे में रक्षा प्रवक्ता तेजपुर, लेफ्टिनेंट कर्नल अमरिंदर सिंह वालिया ने बताया कि नायक प्रकाश सिंह और लांस नायक हरेंद्र सिंह अरुणाचल प्रदेश के अंजाव जिले की अग्रिम चौकी पर तैनात थे. उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि शायद वे गलती से अपनी पोस्ट के पास एक तेज बहती नदी में गिर गए थे. फिलहाल, टोही जहाजों और स्निफर डॉग्स की मदद से जवानों की तलाश की जा रही है.

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