दक्षिण-पश्चिमी मानसून केरल में दस्तक दे चुका है. अपने निर्धारित समय से यह करीब एक सप्ताह देरी से पहुंचा है. हालांकि, उत्तराखंड में मानसून पहुंचने में तीन सप्ताह से अधिक का समय लगेगा. जुलाई की शुरुआत में प्रदेश में मानसून के दस्तक देने के आसार हैं. आमतौर पर उत्तराखंड में मानसून 25 जून के आसपास पहुंचता है. प्रदेश में बीते दो माह से वर्षा का क्रम सामान्य से अधिक रहा. जून की शुरुआत में भी पहाड़ से लेकर मैदान तक बौछारें होती रहीं. हालांकि, बीते तीन दिनों से प्रदेश में मौसम शुष्क है और चटख धूप से तपिश बढ़ गई है. मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है.
उधर, केरल में सामान्य से आठ दिन बाद मानसून ने आखिरकार दस्तक दे दी है. इसके बाद देश के अन्य हिस्सों में मानसून अगले कुछ दिनों में बढ़ेगा. आमतौर पर केरल से उत्तराखंड पहुंचने में मानसून को तीन सप्ताह से अधिक का समय लगता है. ऐसे में प्रदेश में 25 जून के आसपास मानसून दस्तक देता है, लेकिन इस बार मानसून के जुलाई प्रथम सप्ताह में पहुंचने के आसार हैं. हालांकि, भारतीय मौसम विभाग की ओर से अरब सागर में उठ रहे चक्रवात के कारण मानसून के केरल से आगे बढ़ने की रफ्तार कुछ धीमी रहने की आशंका जताई जा रही है. जिससे उत्तराखंड में मानसून के और विलंब होने की भी संभावना है. बीते वर्ष प्रदेश में 30 जून को मानसून ने पूरी तरह से प्रवेश कर लिया था. वहीं, वर्ष 2021 में यह समय से पहले 13 जून को ही उत्तराखंड पहुंच गया था.