15 जुलाई से लापता था नाबालिग छात्र
उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में एक 12वीं कक्षा का छात्र बीते 15 जुलाई को अचानक लापता हो गया। छात्र मुखानी थाना क्षेत्र में अपने ताऊ (सेवानिवृत्त फौजी) के साथ रह रहा था। जब घर लौटने की कोई सूचना नहीं मिली तो परिजनों ने पहले खुद खोजबीन की, लेकिन सफलता न मिलने पर मुखानी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।
पुलिस जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी दिनेश जोशी की टीम ने जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि नाबालिग को कार चलाने का शौक था। इसी शौक को पूरा करने के लिए उसने अपने ताऊ के बैंक खाते से करीब ₹2 लाख रुपये चोरी किए।
स्कैनर और ऑनलाइन ट्रांसफर से उड़ाए पैसे
छात्र ने स्कैनर और डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल कर अपने ताऊ के खाते से पैसे किसी अन्य अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उसने एक पुरानी कार खरीदी, लेकिन उस कार को कभी घर के पास खड़ा नहीं किया, ताकि परिजनों को शक न हो।
किसी और के नाम पर चला रहा था कार
छात्र ने यह कार किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत करवाई थी और चोरी के पैसों से उसे खुद के लिए खरीदा। वह अक्सर कार को छुपाकर रखता और घर वालों को इसकी भनक नहीं लगने दी।
घूमने के लिए चला गया था पिथौरागढ़
15 जुलाई को नाबालिग घर से बिना कुछ बताए अपनी कार लेकर पिथौरागढ़ के लिए रवाना हो गया। वहीं से वह पुलिस जांच में ट्रेस हुआ और मुखानी पुलिस टीम ने उसे कार सहित पिथौरागढ़ से बरामद कर लिया।
बैंक खाते की जांच में खुली पोल
जब पुलिस ने बैंक लेनदेन का ब्यौरा साझा किया तो ताऊ को अपने खाते से ₹2 लाख की निकासी की जानकारी मिली। यह रकम नाबालिग ने धोखे से निकालकर इस्तेमाल की थी।