उत्तराखंड

उत्तराखंड के बेरोजगारों से पहाड़ी लड़कियों ने किया किनारा, प्लॉट और सरकारी नौकरी वाला चाहिए दूल्हा

एक समय था जब लड़की वाले लड़के की हर डिमांड पूरी करते थे. लड़के ही लड़कियों को चुनते थे. लड़कियों से तो उनकी पसंद पूछी ही नहीं जाती थी लेकिन वर्तमान समय में लड़कियां अब लड़कों से भी ज्यादा डिमांडिंग हो गई हैं.

आज के समय में शादी के लिए रिश्ता ढूंढना कोई मुश्किल काम नहीं है लेकिन मुश्किल होती है, तो एक-दूसरे की डिमांड को लेकर. एक समय था जब लड़की वाले लड़के की हर डिमांड पूरी करते थे. लड़के ही लड़कियों को चुनते थे. लड़कियों से तो उनकी पसंद पूछी ही नहीं जाती थी लेकिन वर्तमान समय में लड़कियां अब लड़कों से भी ज्यादा डिमांडिंग हो गई हैं. उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं क्षेत्रों से कई सारे मामले ऐसे सामने आए हैं, जहां लड़कियों ने सरकारी नौकरी या बड़े शहर में जमीन न होने के कारण शादी के लिए मना कर दिया है. अब हाल यह है कि निराश युवक इंटरनेट के भरोसे दुल्हन तलाशने को मजबूर हो गए हैं लेकिन लड़कियों की इस तरह की डिमांड वहां भी उनका पीछा नहीं छोड़ रही है.

अल्मोड़ा का रहने वाला पंकज रुद्रपुर सिडकुल में नौकरी करता है. उसने बताया कि उसकी शादी की बात चली. दोनों ने फोटो देखने के बाद एक-दूसरे को पसंद भी कर लिया. लेकिन हल्द्वानी में जमीन या घर न होने के चलते लड़की वालों ने शादी से इनकार कर दिया. वहीं हल्द्वानी में प्राइवेट जॉब करने संदीप ने बताया कि उनकी शादी के लिए कई जगह बात चली लेकिन ज्यादातर लड़कियों को सरकारी नौकरी वाला दूल्हा चाहिए. इस एक वजह से उनकी शादी नहीं हो पा रही है. प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. पवन डंडरियाल शास्त्री ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सही बात है कि धीरे-धीरे अब लड़कियों की पसंद सरकारी नौकरी और हल्द्वानी या बड़े शहर में प्लॉट या घर बन गया है, जिस कारण कई लड़कों का विवाह नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि चंपावत और पिथौरागढ़ के युवा तो नेपाल से भी दुल्हन लाने में गुरेज नहीं कर रहे हैं.

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