देहरादून। मेसर्स बीपीसीएल श्री कृष्णा फिलिंग स्टेशन, देहरादून में बुधवार को लेवल-2 फायर मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया। तेल और गैस क्षेत्र से जुड़े परिचालन स्थलों पर समय-समय पर इस तरह की मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया, टीम समन्वय और सुरक्षा मानकों की जांच करना होता है।
ड्रिल की शुरुआत तब हुई जब CNG सेक्शन में कार्यरत एक ऑपरेटर ने आग जैसी स्थिति देखी। उसने तुरंत इमरजेंसी शटडाउन बटन (ESD) दबाकर आपातकाल प्रक्रिया शुरू की। इसके बाद स्टेशन के DSM स्टाफ ने सतर्कता दिखाते हुए फायर एक्सटिंगuisher की मदद से प्रारंभिक आग पर काबू पाने का प्रयास किया।
घटना की सूचना मिलते ही डीलर ने बीपीसीएल और गेल की टीमों को सूचित किया। कुछ ही देर में फायर-फाइटिंग टीम मौके पर पहुंच गई और आग नियंत्रित करने की प्रक्रिया शुरू की। स्थिति गंभीर होती देख लेवल-2 अलर्ट घोषित किया गया और अतिरिक्त सहायता के लिए राज्य फायर एंड सेफ्टी ऑफिसर विमल किशोर और एम्बुलेंस को बुलाया गया।
उत्तराखंड दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने की कार्रवाई तेज की और ड्रिल में दर्शाए गए ‘घायल व्यक्ति’ को प्राथमिक उपचार के बाद एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया। सभी एजेंसियों के समन्वित प्रयास से आग को सफलतापूर्वक नियंत्रित कर ड्रिल समाप्त की गई।
ड्रिल के बाद बीपीसीएल के टेरिटरी मैनेजर योगेश लोले ने टीमों को संबोधित करते हुए सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन, त्वरित प्रतिक्रिया और नियमित मॉक-ड्रिल्स के महत्व पर जोर दिया।
















