देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून 15-16 सितंबर की दरमियानी रात एक भयावह त्रासदी का शिकार बनी। अतिवृष्टि और बादल फटने जैसी बारिश ने जिले में भारी तबाही मचाई। नदियों-नालों के उफान और भूस्खलन के चलते मकान ढह गए, पुल बह गए और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। इस आपदा में अब तक 24 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 17 से अधिक लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
मृतकों की पहचान और लापता लोग
आपदा के बाद से लगातार शव बरामद हो रहे हैं। विकासनगर क्षेत्र से लापता दो महिलाएं और एक युवक सहारनपुर में मृत पाए गए। मृतकों की पहचान सुंदरी (40, मुरादाबाद), रानी (20, संभल) और मोनू (संभल) के रूप में हुई। वहीं, शिमला बाईपास क्षेत्र से तीन साल के बच्चे का शव मिला। रायपुर की सौंग नदी से दो युवकों के शव बरामद हुए, जिनकी शिनाख्त अब तक नहीं हो सकी है। अब तक 24 शव बरामद हो चुके हैं, जबकि 17 लोगों की तलाश जारी है। परिवारजन अब भी चमत्कार की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन वक्त बीतने के साथ उम्मीदें धुंधली पड़ती जा रही हैं।
फुलेत गांव में छह श्रमिक लापता
देहरादून के फुलेत गांव में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत निर्माण कार्य में लगे छह श्रमिक भूस्खलन के बाद से लापता हैं। इनकी पहचान सुरेंद्र कुमार, धर्मेंद्र, श्यामलाल, सचिन, मिथुन और विकास (सभी निवासी सहारनपुर) के रूप में हुई है। एसडीआरएफ की टीम गांव में लगातार रेस्क्यू अभियान चला रही है।
सड़कों और पुलों को हुआ नुकसान
आपदा में जिले की 62 सड़कें और आठ पुल क्षतिग्रस्त हुए। लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज के अनुसार इनमें से 35 सड़कों को बहाल कर दिया गया है, जबकि 27 सड़कों पर काम जारी है। मसूरी-धनोल्टी और मसूरी-कैंपटी मार्ग बुधवार को खोल दिए गए। मसूरी-देहरादून मार्ग पर शिव मंदिर के पास बेली ब्रिज तैयार कर बुधवार रात 9:45 बजे से यातायात बहाल किया गया।
देहरादून की धड़कन थमी
पांवटा साहिब हाईवे प्रेमनगर के पास बह जाने से हिमाचल से संपर्क टूट गया। हरिद्वार-देहरादून मार्ग और सहस्त्रधारा, मालदेवता जैसे इलाकों में भारी तबाही के निशान हैं। नदियों का सैलाब कई घर बहा ले गया, वाहन पलट गए और लोग लापता हो गए।
प्रशासन का रेस्क्यू अभियान जारी
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगातार मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रही हैं। तीन दिन बाद भी हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाए हैं। प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल टीम और राहत सामग्री पहुँचा रहा है।