रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) के नाम पर व्हाट्सएप के जरिए पुलिस अधीक्षक (SP) रुद्रप्रयाग से 50 हजार रुपये की मांग करने वाले साइबर ठग आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गए हैं। रुद्रप्रयाग पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
ऐसे दिया गया साइबर ठगी को अंजाम
मामला जनवरी 2025 का है, जब SP रुद्रप्रयाग अक्षय प्रहलाद कोंडे के आधिकारिक (CUG) मोबाइल नंबर पर एक अज्ञात व्हाट्सएप मैसेज आया। मैसेज भेजने वाले ने खुद को उत्तराखंड के डीजीपी दीपम सेठ बताकर एक बैंक खाते में 50 हजार रुपये ट्रांसफर करने की मांग की।
एसपी कोंडे ने तुरंत इस संदेश को गंभीरता से लेते हुए इसकी FIR कोतवाली रुद्रप्रयाग में दर्ज करवाई। पुलिस ने मामला धोखाधड़ी और IT एक्ट के तहत दर्ज किया और जांच साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार को सौंप दी।

राजस्थान और महाराष्ट्र तक पहुंची जांच, 4 गिरफ्तार
जांच के दौरान संदिग्ध बैंक खाते और मोबाइल नंबरों की लोकेशन राजस्थान और महाराष्ट्र में पाई गई। इसके बाद एक विशेष पुलिस टीम का गठन कर राजस्थान भेजा गया, जहां टीम ने लगभग एक महीने तक जांच और छापेमारी की।
तकनीकी साक्ष्यों और पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बीकानेर (राजस्थान) से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने के बाद उन्हें स्थानीय कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर रुद्रप्रयाग लाया गया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
- राजू प्रजापत – निवासी गली नंबर 05, वार्ड नंबर 46, कुम्हारों का मोहल्ला, गणेश टेंट हाउस, थाना गंगाशहर, जिला बीकानेर, राजस्थान।
- ललित किशोर उपाध्याय – निवासी कुम्हारों का मोहल्ला, लक्ष्मी नाथ जी रोड, थाना गंगाशहर, जिला बीकानेर, राजस्थान।
- बलवान हुसैन – निवासी लाल गुफा रोड, हम्मालों की बारी के बाहर, थाना सिटी कोतवाली, जिला बीकानेर, राजस्थान।
- मोहम्मद अयूब – निवासी लाल गुफा रोड, हम्मालों की बारी के बाहर, थाना सिटी कोतवाली, जिला बीकानेर, राजस्थान।
अब बचना मुश्किल, साइबर ठगों पर कसेगा शिकंजा
रुद्रप्रयाग पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। देश के किसी भी कोने में बैठे साइबर ठग अब पुलिस की गिरफ्त से नहीं बच पाएंगे।
SP और ADG ने पुलिस टीम को किया सम्मानित
इस सफलता के लिए SP रुद्रप्रयाग अक्षय प्रहलाद कोंडे ने पुलिस टीम को ₹2500 का इनाम दिया, जबकि ADG (अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखंड) ने ₹5000 के नकद पुरस्कार की घोषणा की।
इस टीम ने किया बेहतरीन काम
- निरीक्षक राकेश कुमार – प्रभारी, साइबर सेल, रुद्रप्रयाग
- उप निरीक्षक रणजीत खनेड़ा – कोतवाली, रुद्रप्रयाग
- आरक्षी कुलदीप सिंह – कोतवाली, रुद्रप्रयाग
- आरक्षी राकेश कुमार – साइबर सेल, रुद्रप्रयाग
- आरक्षी रविंद्र सिंह – एसओजी, रुद्रप्रयाग
- आरक्षी विनय – एसओजी, रुद्रप्रयाग
साइबर ठगी से बचाव के लिए पुलिस की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर कोई अनजान व्यक्ति खुद को बड़ा अधिकारी बताकर पैसों की मांग करे, तो तुरंत सतर्क रहें और नजदीकी पुलिस स्टेशन में इसकी सूचना दें। किसी भी परिस्थिति में अनजान खातों में पैसे ट्रांसफर न करें और ऐसे नंबरों को तुरंत ब्लॉक करें।
अगर आपको कोई संदिग्ध कॉल या मैसेज मिले, तो तुरंत 1930 या नजदीकी साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं।