देहरादून।
रेल बजट से उत्तराखंड की झोली में 4641 करोड़ रुपये आए हैं। आपको बता दे कि बजट का यह आकार पड़ोसी राज्य हिमाचल, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से कहीं अधिक है। राज्य के हिस्से आए बजट से सामरिक और चारधाम यात्रा के महत्व वाली 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निर्माण और तेजी गति से करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा 11 रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशन के रूप में विकसित करने में भी धन की कोई कमी नहीं होगी। ऐसे में अब प्रदेश में प्रदेश में देहरादून, हरिद्वार जंक्शन, हर्रावाला, काशीपुर जंक्शन, काठगोदाम, किच्छा, कोटद्वार, लालकुआं जंक्शन, रामनगर, रुड़की और टनकपुर सहित 11 स्टेशनों को 147 करोड़ रुपये की लागत से अमृत स्टेशनों के रूप में विकसित किया जा रहा है। वही इसके अलावा 2014 से अब तक प्रदेश में 100 रेल फ्लाईओवर और अंडर ब्रिज का निर्माण भी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यात्रियों के लिए स्टेशनों पर छह लिफ्ट, 14 एस्केलेटर्स का निर्माण किया गया है और 31 स्टेशनों पर वाईफाई की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा राज्य में दो वंदे भारत ट्रेन सफलतापूर्वक सेवाएं दे रहीं हैं।
वही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय बजट 2025-26 की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में रेल नेटवर्क के विस्तार के लिए आवंटित बजट प्रदेश में रेलवे कनेक्टिविटी के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि बेहतर रेल कनेक्टिविटी से न केवल प्रदेशवासियों को लाभ मिलेगा। साथ ही देश-विदेश से आने वाले करोड़ों पर्यटकों के लिए भी पर्यटन और तीर्थाटन के नए रास्ते खुलेंगे। वही इस दौरान सीएम ने समस्त प्रदेशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का आभार जताया।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड