टमाटर समेत सब्जियों की आसमान छूती कीमतों को देखते हुए इन पर नियंत्रण के लिए अब शासन सक्रिय हो गया है. इस क्रम में कृषि सचिव दीपेंद्र चौधरी ने निर्देश दिए हैं कि राज्य में सभी मंडी क्षेत्रों में सस्ती दरों पर सब्जी उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल वैन का संचालन किया जाए. साथ ही मंडी क्षेत्रों में कियोस्क भी लगाए जाएं. उन्होंने टमाटर, आलू, प्याज सहित अन्य सब्जियों का उत्पादन करने वाले क्षेत्रों में कोल्ड स्टोर स्थापित करने के लिए भी निर्देशित किया. कृषि सचिव चौधरी ने वर्चुअल माध्यम से उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड के अधिकारियों के साथ आमजन को किफायती दरों पर सब्जियां उपलब्ध कराने के संबंध में विमर्श किया. सचिव चौधरी ने कहा कि टमाटर, आलू, प्याज जैसी मुख्य सब्जियों के दाम पर नियंत्रण आवश्यक है. इसके लिए सबसे बेहतर विकल्प यही है कि मोबाइल वैन संचालित कर जनता को किफायती दरों पर सब्जियां उपलब्ध कराई जाएं. साथ ही मंडी क्षेत्रों में इसके लिए कियोस्क भी लगाए जा सकते हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में त्यूणी, चकराता समेत कई क्षेत्रों से टमाटर की आपूर्ति मंडियों में होती है. ऐसे क्षेत्रों में फसल को खराब होने से बचाने के लिए कोल्ड स्टोर स्थापित करने से किसानों को फायदा मिलने के साथ ही आमजन के लिए उचित दर पर टमाटर की उपलब्धता बनी रहेगी. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश में कृषक उत्पादक संगठनों व स्वयं सहायता समूहों को प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित कर फसल की आमद के समय टमाटर, प्याज आदि की प्यूरी बनाने को प्रोत्साहित किया जाए. इससे वर्षाकाल में टमाटर की आपूर्ति की कमी को प्यूरी से पूरा किया जा सकेगा. उन्होंने बोर्ड के निर्माण खंड द्वारा मंडी क्षेत्रों में किए जा रहे निर्माण कार्यों में तेजी लाने को भी कहा. बैठक से उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड के प्रबंध निदेशक आशीष भटगाईं, उपमहाप्रबंधक निर्मला बिष्ट व विजय थपलियाल, विधि अधिकारी मोहम्मद इमरान, कृषि उत्पादन मंडी समिति देहरादून के निरीक्षक अजय डबराल जुड़े.