भारी बारिश के बाद मंगलवार सुबह उत्तराखंड में चीन सीमा क्षेत्र के जोशीमठ-मलारी हाईवे पर जुम्मा में पुल बह गया. जिस कारण सीमा क्षेत्र में स्थानीय लोगों के साथ ही सेना के जवानों की आवाजाही भी रुक गई है. साथ ही नीति घाटी का देश दुनिया से संपर्क टूट गया है. बता दें कि नीती घाटी के उच्च हिमालय क्षेत्रों में अतिवृष्टि से जोशीमठ से करीब 50 किलोमीटर दूर जुम्मा नाले में सोमवार को बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी. नाले में मलबे के साथ भारी बोल्डर भी बहकर आए थे. एक भारी-भरकम बोल्डर जुम्मा गांव के पास स्थित मोटर ब्रिज के नीचे अटक गया था. जिससे पुल को खतरा बताया जा रहा था.
गांव के शैलेंद्र रावत ने बताया कि सोमवार शाम को साढ़े सात बजे अचानक जुम्मा नाले में भारी मात्रा में मलबे के साथ पानी बहकर आया जबकि उस दौरान क्षेत्र में कहीं बारिश नहीं हो रही थी. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि नाले के उद्गम क्षेत्र में अतिवृष्टि से यह स्थिति उत्पन्न हुई है. रैणी गांव के पूरन सिंह ने बताया कि जुम्मा नाला बढ़ने से धौली गंगा का जलस्तर बढ़ गया है.जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी ने बताया कि नाले में अचानक पानी बढ़ गया है. तपोवन में एनडीआरएफ की टीम को अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही बीआरओ के अधिकारियों को भी ब्रिज की सुरक्षा के उपाय करने के लिए कहा गया है.