उत्तराखंड: बच्चों की पीठ से घटेगा स्कूल बैग का वजन, सप्ताह में एक दिन ‘नो बैग डे’
विद्यालयों में बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा देने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है. सप्ताह में एक दिन बस्ता फ्री करने की व्यवस्था की जा रही है. विद्यार्थी सप्ताह में एक दिन बिना बस्ते के स्कूल जाएंगे. इस दिन खेल और अन्य गतिविधियां कराईं जाएंगी.
उत्तराखंड के शिक्षा, स्वास्थ्य, सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा है कि विद्यालयों में बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा देने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है. सप्ताह में एक दिन बस्ता फ्री करने की व्यवस्था की जा रही है. विद्यार्थी सप्ताह में एक दिन बिना बस्ते के स्कूल जाएंगे. इस दिन खेल और अन्य गतिविधियां कराईं जाएंगी. बुधवार को तहसील सभागार में अधिकारियों की समीक्षा बैठक में मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के बैग का वजन पांच किलो से कम का होगा. जल्द ही इसका आदेश दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्कूलों में हमारी विरासत पर प्रत्येक जिले की एक किताब बनाई जाएगी और जिले की विरासतों की जानकारी विद्यार्थियों को दी जाएगी.
साथ ही भारतीय ज्ञान की जानकारी भी दी जाएगी. डॉ. रावत ने कहा कि 5वीं कक्षा में 60 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर छात्रवृत्ति दी जाएगी. स्वच्छता, खेलकूद, तंबाकू उन्मूलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग करने पर विद्यार्थी को पांच नंबर दिए जाएंगे. होनहार बच्चों को कोचिंग के लिए पांच हजार की स्काॅलरशिप दी जाएगी. उन्होंने कहा कि अनाथ बच्चों को कक्षा 12 तक की पढ़ाई निशुल्क कराई जा रही है. अभी 900 बच्चों को इसका लाभ मिल रहा है. सूबे के उच्च शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश के सभी विकासखंडों में 10-10 क्लस्टर स्कूल खोले जाएंगे. क्लस्टर स्कूल को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा. प्रत्येक स्कूल पर दो करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. ये स्कूल निजी स्कूलों से भी आधुनिक होंगे. उन्होंने कहा कि जिले में जल्द दो महाविद्यालयों में पीजी भवन बनाए जाएंगे.