उत्तराखंड

गढ़वाल में आतंक का पर्याय बना बाघ  हुआ पिंजरे में कैद, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

कोटद्वार के रिखणीखाल विकासखंड में आतंक का पर्याय बने दूसरे बाघ को भी पकड़ लिया गया है. जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली.

कोटद्वार के रिखणीखाल विकासखंड में आतंक का पर्याय बने दूसरे बाघ को भी पकड़ लिया गया है. जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. एक बाघ को 26 अप्रैल को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया था. तब से उसका साथी दूसरा बाघ इस क्षेत्र में लगातार घूम रहा था. जिससे लोगों में दहशत का माहौल था. डीएफओ गढ़वाल स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि सोमवार को वन कर्मियों की टीम बाघ को ट्रैंकुलाइज करने के लिए तैनात की गई थी. जिसके बाद देर रात गाड़ियों पुल के पास बाघ को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया. अब टीम ने उसे कॉर्बेट पार्क भेज दिया गया है.

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