उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक बैंक में तैनात गार्ड ने मैनेजर पर पेट्रोल छिड़क दिया और उसके बाद आग लगा दी इस घटना से बैंक परिसर में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में लोगों ने जैसे-तैसे आग बुझाई और सूचना पुलिस को दी. मामला धारचूला इलाके है. यहां की भारतीय स्टेट बैंक की शाखा के सुरक्षा गार्ड ने बैंक के मैनेजर पर पेट्रोल डाल दिया. इसके बाद माचिस जलाकर जिंदा जलाने की कोशिश की. 55 वर्षीय बैंक मैनेजर मोहम्मद ओवैस का करीब डेढ़ साल पहले दिल्ली से धारचूला ट्रांसफर कर दिया गया था. आग लगते ही मोहम्मद ओवासे के शरीर से लपटें उठने लगी. स्थानीय लोगों ने किसी प्रकार आग पर काबू पाया. बैंक मैनेजर को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया.
प्राथमिक उपचार के बाद उसे हेलीकॉप्टर से हल्द्वानी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां उसका इलाज चल रहा है. दूसरी तरफ, बैंक मैनेजर को आग लगाने वाला गार्ड दीपक छेत्री है. वह देहरादून का रहने वाला है. 48 वर्षीय दीपक क्षेत्री एसबीआई धारचूला ब्रांच में पिछले दो सालों से गार्ड के रूप में काम कर रहा था. मामले में पकड़े जाने के बाद दीपक ने पुलिस को बताया कि मैंनेजर हमेशा उसके खिलाफ भेदभावपूर्ण व्यवहार करता था. उसने जब भी छुट्टी मांगी, मैनेजर उसे अप्रूव नहीं करता था. एक बार फिर इसी प्रकार का वाकया सामने आया तो गार्ड का गुस्सा भड़क उठा. उसने यह दुस्साहसिक कदम उठा लिया. वहीं आग लगने के कारण बैंक मैनेजर करीब 30 फीसदी जल गया था. मैनेजर को पहले स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. वहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे हेलिकॉप्टर से हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि, बेहतर इलाज के मैनेजर को दिल्ली के अपोलो अस्पताल रेफर कर दिया गया. वहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है.