उत्तराखंड में बागेश्वर के जोशीगांव (घिरौली) मां और तीन बच्चों के शव घर के अंदर मिलने के मामले की गुत्थी सुलझ गई है.दरअसल इन मौतों का खुलासा तब हुआ, जब आठवीं में पढ़ने वाली अंकिता ने 12 पन्नों का सुसाइड नोट अपनी किताब में लिखा था. अंकिता की लिखी बातों को पढ़कर हर किसी की आंखें नम हो गईं. पुलिस को मिले सुसाइड नोट में अंकिता ने लिखा था कि उनकी मां सल्फास लेकर आई थी. आर्थिक तंगी और देनदारी से उनका परिवार परेशान रहता था. जिन लोगों से उन्होंने उधार लिया था, वे बार-बार पैसे मांगने के लिए उन्हें परेशान करते थे और घर में आते थे. ऐसे में उनकी मां मानसिक रूप से काफी परेशान हो रही थी. इसके अलावा उनके पिता भी काफी परेशान हो चुके थे. वह 1 मार्च से घर नहीं आए थे. अंकिता ने सुसाइड नोट में आगे लिखा कि लोग पैसे लेने के लिए घर तक पहुंच रहे थे, इसके लिए उन्होंने स्थानीय पुलिस से मदद की गुहार भी लगाई थी, पर उनके द्वारा कोई भी सहयोग नहीं किया गया. पुलिस को मिले सुसाइड नोट पर तुरंत कार्रवाई करते हुए एसपी बागेश्वर ने एसएचओ को लाइन हाजिर कर दिया. बागेश्वर के एसपी हिमांशु वर्मा ने बताया कि परिवार की हालत ऐसी नहीं थी कि वह राशन खरीद सकें. वहीं भोपाल राम को पुलिस ने ढूंढ निकाला.
उसने पुलिस को बताया कि तीन महीने पहले उनके पास मोबाइल था लेकिन आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने वह मोबाइल भी बेच दिया था. वर्तमान में उसके पास मोबाइल भी नहीं था.उसके पास खाने के पैसे भी नहीं थे.घर में राशन भी नहीं था.वह एक मार्च से बच्चों के साथ नहीं था.वह अपने गांव की तरफ चला गया था.वह उधारी का पैसा मांग रहे लोगों से बचने की कोशिश कर रहा था.वहीँ जब पुलिस ने घटनास्थल पर किचन का बारीकी से मुआयना किया.रसोई में राशन के बर्तन खाली पड़े थे.आटा, चावल, तेल आदि कुछ भी सामग्री रसोई में नहीं थी.गैस का चूल्हा तो था, लेकिन सिलिंडर नहीं था.यानि कि परिवार के पास न तो खाने के लिए राशन था, न भोजन बनाने का साधन.एसपी हिमांशु कुमार वर्मा ने बताया कि बच्ची ने सुसाइड नोट में मौत का कारण आर्थिक तंगी और मानसिक परेशानी बताया है.उसमें लिखा था कि ‘लोग उनके पिता द्वारा लिए गए पैसे मांग रहे हैं.कई लोग तो घर तक आ जाते हैं.खाने के लिए भी राशन नहीं है.जिस वजह से हम परेशान हैं’.परिवार के मुखिया भूपाल राम के खिलाफ कोतवाली में धोखाधड़ी का केस पंजीकृत है.पुलिस के अनुसार, वह कई लोगों से ठगी कर चुका था.इसी कारण लोगों और पुलिस से छुपता-छुपाता था.वहीं एसपी ने बताया कि कुछ लोगों के नाम भी सुसाइट नोट में शामिल हैं, जो उनसे पैसे वापस देने के लिए उन पर दबाव बना रहे थे. इन पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.