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उत्तराखंड: डॉक्टर पर गर्भवती का नशे में ऑपरेशन करने का आरोप, डिलीवरी के बाद नवजात की मौत

जिला अस्पताल में डिलीवरी के बाद नवजात की मौत हो गई. इससे भड़के स्वजनों ने डॉक्टर पर नशे की हालत में उपचार कर लापरवाही का आरोप लगाया है.

क्या करें? किस चीज का रोना रोएं? आखिर किन आंखों से सुनहरे उत्तराखंड का सपना देखें? आखिर कैसे मान लें कि उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर तरीके से काम कर रही हैं. वहीं अब उत्तराखंड के रुद्रपुर में स्थित जिला अस्पताल की एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. जागरण की खबर के मुताबिक जिला अस्पताल में डिलीवरी के बाद नवजात की मौत हो गई. इससे भड़के स्वजनों ने डॉक्टर पर नशे की हालत में उपचार कर लापरवाही का आरोप लगाया है. इस दौरान उनकी चिकित्साकर्मियों से झड़प भी हुई. बाद में पहुंची पुलिस ने जानकारी ली और लोगों को शांत कराया. फिलहाल पुलिस जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक बस अड्डा कॉलोनी गदरपुर निवासी फईम की पत्नी नगमा गर्भवती थी. शनिवार सुबह उसे दर्द शुरू हुआ तो स्वजन नगमा को जिला अस्पताल लेकर आ गए.

जिला अस्पताल में नर्सों ने नगमा को भर्ती कर लिया और उस दौरान डॉक्टरों ने कहा कि बच्चा नॉर्मल होगा. रात को डॉक्टर ने कहा कि नगमा का ऑपरेशन करना पड़ेगा. इस पर स्वजन राजी हो गए, जिसके बाद डॉक्टरों ने नगमा का ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने कुछ नहीं बताया और पैदा हुए नवजात को आइसीयू ले गए. आइसीयू से निकलने के बाद स्‍वजनों को बताया गया कि नवजात मृत पैदा हुआ है. जबकि नगमा के स्वजनों का कहना है कि बच्चा स्वस्थ्य पैदा हुआ था और उसके हाथ, आंख और गले में कट के निशान मिले हैं. इसका पता अन्‍य लोगों को चलते ही स्वजनों ने हंगामा किया और आरोप लगाया कि डॉक्टर नशे में था और उसकी लापरवाही के चलते नवजात की मौत हुई है. जिला अस्पताल में नवजात शिशु की मौत के बाद मामले की जांच करने पहुंचे सीओ पंतनगर तपेश चंद्र ने बताया डॉक्टर का एल्कोमीटर से परीक्षण किया गया है, लेकिन वह शराब के नशे में नहीं मिले हैं. उनका कहना है परिजनों से तहरीर मिलने के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी.

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