उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित धारचूला तहसील के गर्गुवा ग्राम पंचायत के सोप तोक में हाल ही में दिल दहला देने वाली वारदात हुई है. जहां नेपाल से आए एक शख्स ने अपने दो साल के सगे भांजे वंश को मौत के घाट उतार दिया. इस दौरान मासूम के दादा अपने पोते को बचाने की कोशिश की. लेकिन सिरफिरे मामा ने उन पर भी जानलेवा हमला किया. जिसमें वो बुरी तरह से जख्मी हो गए. . बताया जा रहा है कि मृतक बच्चे की मां ने खुद को कमरे में बंदकर बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई. इस सनसनीखेज वारदात से जहां मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं समूचे क्षेत्र में भी हड़कंप मच गया है. हादसे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन की टीम ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. साथ ही पुलिस ने रात में गांव के समीप ही जंगल से आरोपित को गिरफ्तार कर लिया. घटना सोमवार दोपहर के आसपास की है. गर्गुवा गांव के सोप तोक निवासी वंश कुंवर (2 वर्ष) पुत्र रमेश सिंह कुंवर को उसकी मां कविता कुंवर ने नहलाया. बच्चे को नहलाने के बाद वह घर के आंगन में धूप में बच्चे की तेल मालिश कर रही थी.
तभी वंश का रिश्ते में मामा लगने वाला गगन सिंह (30 वर्ष) निवासी कोट छापरी, जिला दार्चुला नेपाल धारदार हथियार के साथ उसके पास पहुंचा और धारदार हथियार बड़ियाठ (बड़ी दराती) से दो वर्षीय मासूम वंश के गले में वार कर उसे काट डाला. यह देख महिला जोर-जोर से चीखने लगी. इस दौरान घर पर मौजूद बुजुर्ग ने अपने पोते को बचाने की कोशिश की लेकिन उनके हाथ की दो उंगलियां काट दी. घटना के समय मासूम बच्चे का पिता रमेश सिंह कुंवर जानवरों को चराने जंगल गया था. घटना की सूचना ग्रामीणों ने कोतवाली धारचूला को दी. सूचना मिलते ही कोतवाल कुंवर सिंह रावत, पुलिस दल और राजस्व दल के साथ घटनास्थल पहुंचे. कोतवाल ने बताया कि घटनास्थल पर मासूम वंश का शव पड़ा था. परिवार के सदस्य डरे-सहमे थे. फरार नेपाली गगन सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम लगाई गई थी. रात करीब साढ़े आठ बजे उसे गांव के समीप जंगल से पकड़ लिया गया. वारदात के पीछे वजह जानने के लिए आरोपित से पूछताछ की जा रही है. एसपी पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपित ने उसकी बड़ी बहन कैंची देवी के साथ कविता का झगड़ा होने की बात कही है. इसी को लेकर उसे सनक सवार हुई और वह बदला लेने आ गया.