उत्तराखंड

उत्तराखंड: लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ प्रकाश चन्द्र उपाध्याय का नाम, बनाया अनोखा कीर्तिमान

राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के पैथालाजी विभाग में कार्यरत प्रकाश चंद्र उपाध्याय ने अब दुनिया का सबसे छोटा गिटार बनाया है. उनके गिटार को लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया गया है.

एक बार फिर राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में कार्यरत आर्टिस्ट प्रकाश चंद्र उपाध्याय ने अपनी रचनात्मकता से उत्तराखंड का मान बढ़ाया है. आपको बता दें की प्रकाश चंद्र उपाध्याय पहले भी अनोखी चीजें बनाकर कई रिकार्ड अपने नाम दर्ज करा चुके राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के पैथालाजी विभाग में कार्यरत प्रकाश चंद्र उपाध्याय ने अब दुनिया का सबसे छोटा गिटार बनाया है. उनके गिटार को लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया गया है. प्रकाश चंद्र उपाध्याय ने चार घंटा 30 मिनट में महज तीन सेंटीमीटर लंबाई के साथ शुद्ध चंदन की लकड़ी , तांबे, एल्मुनियम के तार व पिन से गिटार का वर्किंग मॉडल तैयार करके अपना सातवां नया व्यक्तिगत विश्व रिकॉर्ड बनाया है.

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जिसकी आवाज को माइक के माध्यम से बडे अच्छे से सुना जा सकता है. गिटार को चार घंटा 30 मिनट की समयावधि में 29 अप्रैल 2020 को बनाया था, जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड (2021-22) में दर्ज किया है. प्रकाश चन्द्र के नाम छह व्यक्तिगत विश्व रिकॉर्ड और तीन सामूहिक गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं. उनके काम को संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की प्रतिष्ठित किताब गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (2019) में भी दर्ज कर लिया गया है. प्रकाश ने राज्य के अलावा देश के विभिन्न शहरों की चित्रकला प्रदर्शनी व कार्यशाला में प्रतिभाग किया है. उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित अखिल भारतीय चित्रकला प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया.

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