उत्तराखंड में नशे के खिलाफ लगातार अभियान चल रहा है, पर्वतीय अंचलों में दूसरी फसलों की आड़ में भांग की अवैध खेती की जा रही है. चमोली में भी यही हो रहा था. आपको बता दें की पुलिस अधीक्षक चमोली श्वेता चौबे द्वारा नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है . इस अभियान के तहत जनपद पुलिस द्वारा नशे की रोकथाम व मादक पदार्थों का अवैध क्रय-विक्रय करने वालों के विरुद्ध लगातार कड़ी कार्यवाही की जा रही है. इसी क्रम में चमोली पुलिस को गोपनीय सूत्रो से जानकारी प्राप्त हुई की राजस्व क्षेत्र ग्राम परता व बमोतिया देवाल तहसील थराली में विभिन्न स्थानों पर अवैध भांग की खेती की जा रही है.
सूचना पर पुलिस अधीक्षक चमोली द्वारा तत्काल पुलिस उपाधीक्षक कर्णप्रयाग अमित सैनी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया. आज पुलिस टीम, राजस्व पुलिस एवं वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा 02 किमी0 की दूरी पैदल चलकर पारथा गांव पहुंचे तो 02 नाली में भांग की खेती थी. मौके पर राजस्व की टीम को बुलाया गया तो अभिलेखों में भू-स्वामी महिपाल सिंह के नाम पर जमीन दर्ज है जिसके विरुद्ध NDPS Act में अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है. तत्पश्चात समस्त पुलिस बल एंव राजस्व विभाग की टीम बमोतिया गांव पहुंचे तो भारी मात्रा में खेतों पर भांग की खेती मौजूद थी जानकारी करने पर पूरी जमीन रिजर्व फोरेस्ट की थी. आगे पढ़िए
उक्त प्रकरण में अज्ञात के विरुद्ध विधिक कार्यवाही जारी है. अवैध रूप से उगायी गयी 12 नाली भांग की खेती को पूर्ण रूप से नष्ट किया गया. ग्रामीणों को माननीय न्यायालय द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों व NDPS Act के प्रावधानों के बारे में जानकारी दी गयी. इस दौरान पुलिस ने ग्रामीणों को भांग से होने वाले नुकसान की जानकारी भी दी गयी साथ ही भविष्य में अवैध रुप से इसका उत्पादन करने पर कार्यवाही करने की भी हिदायत दी कि कोई भी व्यक्ति भांग की खेती करते हुए पाया गया तो सख्त कार्यवाही की जायेगी. चमोली पुलिस द्वारा मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए भविष्य में इस प्रकार के अभियान जारी रहेंगे.