उत्तराखंड में भाजपा की सत्ता मे वापसी क्या मोदी है इसकी वजह, देखिए क्या कह रहे हैं सियासी जानकार
तीन मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी लोगों ने राज्य सरकार पर नहीं प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा किया
उत्तराखंड में भाजपा की सत्ता वापसी की चार प्रमुख वजह बनीं. सियासी जानकारों का मानना है कि पहली वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति उत्तराखंड के जनमानस का लगाव है. चुनाव में लोगों को लगा और खास तौर पर राजनीतिक पंडितों को लगा मोदी लहर नहीं थी, लेकिन प्रचार से लेकर मतदान के दौरान मोदी एक बड़ा फैक्टर थे और मोदी का नाम ही अंडर करंट के रूप में उत्तराखंड में दौड़ रहा था जिसके चलते उत्तराखंड में इतनी बड़ी जीत भाजपा को हासिल हुई कुल मिलाकर उत्तराखंड की जनता ने साफ कर दिया कि मोदी ही उत्तराखंड की पहली पसंद है.
दूसरी, राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में महिलाओं और बुजुर्गों का मोदी के प्रति स्नेह और सम्मान माना जा रहा है. जानकारों का कहना है कि महिलाओं और बुजुर्गों ने मोदी के चेहरे पर मतदान किया. इस बार के चुनावों में पहाड़ में महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया है जो यह बताता है कि यह फैक्टर कितना कारगर रहा. बीजेपी ने लोगों के घरों में राशन पहुंचाया इसने भी उसके हक में काम किया. लोगों ने इसे एक बड़ी मदद के तौर पर माना जिसने बीजेपी को सहानुभूति और मददगार के तौर पर वोट दिया तीसरी प्रमुख वजह केंद्र और राज्य में डबल इंजन की सरकार से कराए गए अवस्थापना विकास से जुड़े कार्य हैं. वजह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सक्रियता मानी जा रही है. भाजपा का सीएम चेहरा बदलना भी पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हुआ. वहीं कांग्रेस में गुटबाजी, हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष रहे प्रीतम सिंह के बीच कोल्डवॉर के साथ ही प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव से रावत की खींचतान जीत में रोड़ा बन गई.