बंदरों के आतंक के बीच ऐसी ह्रदय विदारक घटना हो गई, जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। उत्तराखंड के चंपावत जिले में मंगलवार सुबह टनकपुर के वार्ड-8 में एक बच्चे को बंदर उठा ले गया। बंदर बच्चे को पानी से भरी बाल्टी में डालकर भाग गया। बच्चे को गायब देख परिजनो में हड़कंप मचा गया । जिसके बाद तकरीबन 15 मिनट तक खोजबीन के बाद बच्चा घर की छत में बने बाथरूम के पास पानी से भरी बाल्टी में औंधे मुंह गिरा मिला। बेहोशी की हालत में स्वजन उसे उपचार के लिए संयुक्त चिकित्सालय ले गए जहां डाक्टर घनश्याम तिवारी ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीँ इस घटना के बाद स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है साथ ही स्थानीय लोगों ने बताया कि बंदरों का आतंक काफी बढ़ गया है। कहा प्रशासन की बंदरो के प्रति हो रही लापरवाही के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. आगे पढ़िए-
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में कुरुरता की सारी हदें पार, कलयुगी बेटे ने बेरहमी से पीट पीटकर अपनी माँ को उतारा मौत के घाट
इधर वन विभाग स्वजनों की इस बात से सहमत नहीं हैं। एसडीओ एसके मौर्या ने बताया कि सुबह के समय बंदर सोए रहते हैं और वे धूप निकलने के बाद झुंड में ही निकलते हैं। इतनी सुबह बंदरों के घर में आने की संभावना काफी कम है। अलबत्ता विभाग भी अपने स्तर से मामले की जांच करेगा। पुलिस ने बच्चे का शव कब्जे में लेकर उसे पीएम के लिए भेज दिया है। मामला संदेहास्पद होने से पुलिस जांच में जुट गई है। कोतवाल हरपाल सिंह ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। जल्दी ही घटना का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।रेंजर महेश सिंह बिष्ट ने बताया कि घटना के दिन सुबह नौ बजे तक भी घर के आस-पास कोई भी बंदर नहीं दिखाई दिया। बताया कि बंदर द्वारा बच्चे को घसीटकर ले जाने का मामला सामने आया तो पीडि़त परिवार को नियमानुसार मुआवजा दिलाया जाएगा।