“अंतर्राष्ट्रीय मिलेट ईयर” के उपलक्ष में राजधानी देहरादून से पहले “मिलेट क्रांति साइकिल रैली” का आयोजन किया जा रहा है. तीन दिन में 300 किलोमीटर लंबी साइकिल रैली को देहरादून से चमोली तक आयोजित किया जाएगा. साइकिल रैली के दौरान तक आम जनता को मिलेट उत्पादों के प्रति जागरूक करने के साथ ही मिलेट्स खेती के प्रति प्रोत्साहित भी किया जाएगा.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पहाड़ के बेटी ने इस पूरे अभियान की पहल की है. देहरादून की में “नथुली महिला सशक्तिकरण संस्था” की संस्थापिका सुमन नैनवाल ने इसकी शुरुआत की है. सुमन पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. सुमन ने अपने पहाड़ प्रेम को लेकर भारत की प्रथम व सबसे लम्बी मिलेट क्राँति साइकिल रैली-300 KM (मोटे अनाजों के रख रखाव, खानपान, तथा व्यवसायिक उत्पादन हेतु स्वयं सहायता समूहों तथा ग्रामीण लोगो में जागरूकता के लिए ) का आयोजन करने की पहल की है. यह रैली मुख्यमंत्री आवास देहरादून से चलकर चमोली जिले के सीमान्त ग्राम मुन्दोली तक 3 दिनों में पहुंचेगी, जिसमे देश के विभिन्न प्रांतो से भी साइकिलिस्ट व स्वयं सेवी हिस्सा बनेंगे.
रैली को 14 अप्रैल बैसाखी के सुवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रातः 7 बजे हरी झंडी दिखाकर आगे के लिए रवाना करेंगे. रैली मुख्यत देहरादून से होते हुए ऋषिकेश पहुंचेगी जहा पर रैली का स्वागत ऋषिकेश मेयर अनीता ममगाई द्वारा किया जायेगा. इसके बाद रैली के देवप्रयाग पहुंचने पर क्षेत्र के विधायक विनोद कंडारी रैली का स्वागत किया जाएगा. पहले दिन देर शाम रैली अपने प्रथम पड़ाव श्रीनगर पहुँचेगी. रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन रुद्रपयाग में रैली का स्वागत स्थानीय विधायक भरत सिंह चौधरी द्वारा किया जायेगा. जबकि दूसरे दिन रात्रि विश्राम के लिए रैली कर्णप्रयाग पहुंचेगी जहा पर सामाजिक कार्यकर्ताओ द्वारा रैली का स्वागत किया जायेगा. कर्णप्रयाग में ही सांस्कृतिक कार्यकर्म का आयोजन भी किया जायेगा. रैली के तीसरे दिन नगरपाकिला अध्यक्ष दमयंती रतूड़ी द्वारा हरी झंडी दिखाकर अंतिम पड़ाव ग्राम मुन्दोली के लिए रवाना किया जायेगा. जहां पर ग्रामीणों द्वारा शानदार स्वागत करते हुए शाम को सांस्कर्तिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे. इस दौरान पूरी रैली में मोटे अनाज से बने पकवान परोसे जायँगे. जहा पर रैली की अगुवाई पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह अटवाल जी द्वारा किया जायेगा.